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शनिवार, 28 अप्रैल 2012

मलाल

मलाल
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ओंठों  पर
हँसी  रखता हूँ 
जी  हाँ 
मै खुश रहता हूँ 
यह  कहना  है
मेरे  सभी दोस्तों  का 
लेकिन  हँसी 
के गुब्बारों  मै भी 
मलाल उड़ते  रहते  हैं 
जो  अक्सर  कहते हैं  की 
मै  नादान सा 
क्यूँ 
ढ़ोता  रहा 
बह  अपनापन  
उनका 
जो मुझे 
मिला ही नहीं ----------------अनुराग चंदेरी 
 
 

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