कैसे कैसे रिश्ते
बनाने चला था मै
आग के दरिया से
शीतल बयार
कहने चला था मै
दोस्ती के
कितने वास्ते
देता उसे
जिसके दिल मे
न था
बनाने चला था मै
आग के दरिया से
शीतल बयार
कहने चला था मै
दोस्ती के
कितने वास्ते
देता उसे
जिसके दिल मे
न था
उसके दिल मे
जगह पाने चला था मै--अनुराग चंदेरी
जगह पाने चला था मै--अनुराग चंदेरी
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